नारायणी सेना के अनिता थापा के नेतृत्व में जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा

नारायणी सेना के अनिता थापा के नेतृत्व में जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा

उत्तराखंड वाणी /बॉबी

देहरादून उत्तराखंड नारायणी सेना के केन्द्रीय अध्यक्ष अनीता थापा मीडिया से बात करते हुए बताया के कथनानुसार पूर्व में भी कई बार संगठन द्वारा ज्ञापन प्रेषण कर मंदिर परिसरों के आस-पास मांस परोसने वाले रेस्टोरेंट तथा कसाईखाने प्रतिबंधित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर चुका है। परन्तु संगठन और हिन्दू समाज के आक्रोश को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सिर्फ नवरात्रे के पावन पर्व पर ही मांस की दुकान जिनमें की रेस्टोरेंट भी शामिल है को औपचारिकता मात्र के लिए ही बंद करवाये जाते हैं। परन्तु संगठन की मांग के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा हिन्दू भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर के 101 मीटर के दायरे को मांस बिक्री के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करवाने का शासनादेश जारी करवाना है। उमाकांत भट्ट ने कहा कि ज्ञापन प्रेषण के माध्यम से मांगपत्र के रूप में संगठन ने अपनी मांग कई बार रख दी है परन्तु हर बार हिन्दुत्व के आस्था हित में रखी गई मांग की अनदेखी की जा रही है। यदि 2 दिन में कार्यवाही नहीं हुई तो संगठन को सड़कों पर उतरना पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। करण शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि संगठन के द्वारा मंदिर परिसर के 101 मीटर के दायरे में मांस की दुकान प्रतिबंधित करवाना न्यायोचित माँग है जिस पर जिला प्रशासन को अतिशीघ्र संज्ञान लेना चाहिए। हेमंत सकलानी ने संयुक्त रूप से कहा कि 2 दिन के अंदर संज्ञान ना लेने पर संगठन आगे रणनीति पर विचार करेगा। नीलम राना ने बताया कि शहर के कई व्यस्ततम पंचायती मंदिरों के आसपास ऐसे रेस्टोरेंट हैं जिनके यहाँ की दुर्गंध मंदिरों तक पहुंचती है जिस कारण आस्था को तो ठेस पहुंचती ही है बल्कि मंदिरों के आसपास के रेस्टोरेंट में मांस और शराब का लुत्फ उठाने वाले महिलाओं पर अश्लील फब्तियां भी कसते है जो कि अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुष्पा थापा ने पत्रकार को बताया कि मंदिर परिसर के आस-पास मांस परोसने वाले कुछ रेस्टोरेंट ऐसे भी हैं जो गैर संप्रदाय द्वारा पहचान छुपाकर बिना झटका और हलाल का मांस मिलता है कि सूचना के बगैर संचालित किये जा रहे हैं। अतः ऐसे रेसटोरेंट पर भी प्रतिबंध लगना चाहिए। ज्ञापन प्रेषण कार्यक्रम में उल्लेखित वक्ताओं के सहित एनी हिमांशु भट्ट धीरपल विशाल उर्मिला नीलम गोपाल राहुल दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।