मदरसा अनवारूल कुरआन जूनियर हाई स्कूल में हुआ जलसा, बच्चो व मौलानाओं ने हम्द, नात व तकरीर की पेश…

मदरसा अनवारूल कुरआन जूनियर हाई स्कूल में हुआ जलसा, बच्चो व मौलानाओं ने हम्द, नात व तकरीर की पेश…

उत्तराखंड वाणी/बॉबी

देहरादून मेहुवाला के मदरसा अनवारूल कुरआन जूनियर हाई स्कूल में दिनांक–27/10/24 को नमाजे मगरीब के बाद से हुआ जलसे का आयोजन। जिसमे मदरसे के बच्चे व मौलानाओं ने हम्द, नात व तकरीर पेश की। इस जलसा दस्तारबंदी में हाफिजों की दस्तारबंदी की गई। दस्तारबंदी के साथ ही मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों व उलेमाओं ने हम्द नात तकरीर पेश की। इसके पश्चात जलसा में शामिल हुए उल्माओं की तकरीर हुई। इसमें उन्होंने कहा कि हिफ्ज कुरान की दौलत दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है। कुरान के पढ़ने और पढ़ाने वाले दोनों खुशनसीब हैं। मौलाना नूर इलाही ने मीडिया से बात करते हुए बताया की हमारे मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों में से सात बच्चो ने कुरआन–ए–पाक हिफ्ज के साथ मुकम्मल किया। जिसमे जलसे के दौरान सभी बच्चो को डिग्री व इनाम के साथ पुरुस्कारित किया गया। वही जलसे में शामिल हजरत अलहाज मुफ्ती अब्दुल्लाह मआरुफिकासमी हजरत अलहाज कारी मोहम्मद आफताब आलम कासमी हजरत अलहाज कारी मोहम्मद अहसान मोहसिन साहब मौलाना नूर इलाही नदवी मुफ्ती मोहम्मद नाजिम अशरफ नदवी हजरत मौलाना रिसालुउद्दीन हक्कानी नदवी हजरत मौलाना मोहम्मद कासिम साहब कासमी हजरत मौलाना मोहम्मद गुलशेर मीफताही मौलाना खुशनूद नदवी। कारी जाकिर हुसैन। कारी अब्दुस्सलाम। कारी मोहम्मद शमशाद । मौलाना अताउरहमान मास्टर मोहम्मद फुरकान ने अंत में पूरे मुल्क के लिए दुआओं के हाथ उठाए। और जलसे के दौरान सभी मौलानाओं का विशेष योगदान रहा।