एक किशोर ने फांसी के फंदे से लटक कर मौत को गले लगा लिया…

उत्तराखंड वाणी संवाददाता सुमित वर्मा
शेरकोट एक किशोर ने फांसी के फंदे से लटक कर मौत को गले लगा लिया।किशोर के इस कदम से परिजनों में कोहराम मच गया।घटना के वक्त घर पर केवल किशोर की मां ही मौजूद थी।जबकि पिता हरिद्वार प्राइवेट जॉब करते है।सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँच गई।मृतक दो बहनों का इकलौता भाई था।पुत्र की मौत की खबर उसके पिता को दे दी गई है। जानकारी के अनुसार मोहल्ला वीरथला निवासी संजय हरिद्वार में रहकर प्राइवेट जॉब करते है। घर पर उनका पुत्र आदित्य 15 वर्ष व मां निर्मल रहती है।जबकि बेटियां भी हरिद्वार ही रहती है।निर्मल के अनुसार शुक्रवार की रात लगभग 11 बजे उनका पुत्र आदित्य छत पर सोने को कह कर ऊपर चला गया था जबकि वह नीचे कमरे में सो रही थी।शनिवार की सुबह पुत्र के नही जागने पर जब वह पुत्र को उठाने के लिए छत पर गई तो देखा कि आदित्य फांसी के फंदे से लटका हुआ था। जिसे देख कर उसकी चीख निकल गई।किशोर द्वारा फांसी लगा लिए जाने की सूचना से आसपड़ोस के लोग भी मौके पर पहुँच गए।उधर सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुँची और आवश्यक जानकारी ली।मृतका की माँ का रो रोकर बुरा हाल था।और बार बार कह रही थी कि उसका मोबाइल चेक करो।जो भी कुछ है वो मोबाइल में ही होगा। उसका इशारा था कि पुत्र द्वारा फांसी लगाए जाने का राज शायद मोबाइल से खुल जाए।———————————————कक्षा 10 का छात्र था मृतक बताया जाता है कि मृतक आदित्य धामपुर के शिखर शिशु सदन में कक्षा 10 का छात्र था।तथा अपनी कक्षा का होनहार छात्र था।———————————————आर्थिक तंगी व कर्ज की मार से परेशान होकर मृतक के पिता फिलहाल ही हरिद्वार काम करने गए थे बतादें कि मृतक के पिता संजय कुमार के पास बैंक ऑफ बड़ोदा की मिनी ब्रांच थी।आरोप है कि इस दौरान संजय कुमार के ऊपर गबन का आरोप लगा तथा बैंक ने उसकी ब्रांच निरस्त कर दी।गबन के आरोप के दौरान वह काफी कर्जदार हो गया।तथा कर्जा चुकाने के लिए उसने अपना मकान भी बेच दिया था।तथा अपने ही मकान में किरायेदार के रूप में रह रहा था।आर्थिक तंगी व कर्ज से परेशान संजय हरिद्वार प्राइवेट जॉब करने चला गया था।और घटना के वक्त हरिद्वार ही था।———————————————आत्महत्या को लेकर तरह तरह की चर्चाएं किशोर द्वारा फांसी लगाए जाने को लेकर नगर में तरह तरह की चर्चाएं है। सूत्रों का कहना है कि मृतक किशोर के पिता पर लगे गबन के आरोप को लेकर लोगो की छीटाकशी से किशोर डिस्प्रेशन में आ गया था और खुद को अपमानित महसूस करता था।शायद इसी के चलते किशोर ने उक्क्त दुःखद कदम उठाया हो।वही कुछ लोग घटना को प्रेम प्रसंग से भी जोड़कर देख रहे है।——————————————–मृतक दो बहनों का इकलौता सबसे छोटा भाई था।मृतक की बड़ी बहन सानिया हरिद्वार ही प्राइवेट जॉब करती है जबकि दूसरी बहन छवि स्नातक की छात्रा है।———————————————