मदरसा अनवारूल कुरआन जूनियर हाई स्कूल में उलेमाओं की हुई मीटिंग मौलाना नूर इलाही ने बताया की समाज में फैल रही बुराइयों के कैसे करे खत्म…

उत्तराखंड वाणी/बॉबी राणा
देहरादून के मदरसा अनवारूल कुरान जूनियर हाई स्कूल में दिनांक 19/10/24 को हुए प्रोग्राम में हुई lमौलानाओं की मीटिंग।जिसमे मीडिया के माध्यम से उलेमाओं द्वारा सभी युवाओं बच्चो और बड़ों को समाज में रहने के तौर तरीको के बारे में संदेश पहुंचाया। जिसमे मीडिया से बात करते हुए मौलाना नूर इलाही ने कहा की बच्चो को दीनी और दुनियावी तालीम देना है जरूरी। उन्होंने कहा की हर गांव कस्बे में मदरसा संचालित कर क्षेत्र के बच्चो को दीनी और दुनियावी तालीम देना है जरूरी। सभी मां बाप अपने बच्चो को स्कूल और मदरसा भेजे ताकि वो सही तालीम हासिल कर सके। जो हमारा माहौल है हमे उसको बदलना चाहिए। जो गलतियां है उन्हे दूर करे समाज में रहने के सही तौर तरीके सीखे व अपनी आने वाली पीढ़ी को भी शुरुआती से ही दिन और दुनिया दोनो के बारे में सही ढंग से रहना सिखाए। देश को नशामुक्त करे।नशे जैसी लत से अपने बच्चो को दूर रखे व आस पास के माहौल को भी सुधारे। अपने बच्चो को दिन और दुनिया की तालीम में मशरूफ रखे जिससे वो गलत रास्ते न भटके। अधिक से अधिक वृक्षारोपण करे अपने घर व घर के आस पास अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाए। और इन सब के लिए समाज के लोगो को आगे आना होगा और समाज में हो रही सभी बुराइयों को खत्म करके अपनी पीढ़ी को एक अच्छी दिशा में ले जाना होगा। वही दूसरी तरफ मुफ्ती नाजिम नदवी व मौलाना गुलशेर ने भी दीनी और दुनियावी तालीम के महत्व के बारे में प्रकाश डाला। और उन्होंने कार्यक्रम के उद्दश्ये के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा की हम अपने बच्चो को बताए की 9 नवंबर को उत्तराखंड दिवस है और किस तरह से उत्तराखंड दिवस की स्थापना हुई और अब अपने राज्य के लिए हमारी क्या क्या जिम्मेदारियां है किस तरह से हमे अपने राज्य को संवारना है। इसकी माटी पर अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने है। वही मीटिंग के दौरान बाहर से आकर रह रहे लोगो के सत्यापन के बारे में भी चर्चा हुई के घर घर जा कर सभी किरायेदारों की जांच करे व उनको करीबी पुलिस थाने में जा कर सत्यापन कराने को कहे। जिससे अपराधो में रोकथाम होगी। इसके लिए मस्जिदों में भी ऐलान करते जिसके जरिए पुलिस व मकान मालिक को भी बाहर से आने वाले के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है। उलेमाओं की जो मीटिंग हुई है उसका मकसद था मीडिया के माध्यम से लोगो को जागरूक करना। और इस मीटिंग का नाम है इस्लाहे मुआशरा। जिसका मतलब है समाज में फैली बुराइयों को खत्म करना। इस खास मीटिंग में मौलाना नूर इलाही, मुफ्ती नाजिम नदवी, मौलाना खुशनुद नदवी, मौलाना गुलशेर,कारी जाकिर हुसैन, मौलाना अताउर रहमान, कारी नासिर, कारी खालिद, कारी शमशाद, कारी अब्दुल सलाम, मौलाना सलमान नदवी,कारी अबू फजल, मौलाना बुरहान, मौलाना अब्दुल समद, कारी अथर, कारी अब्दुल रहमान का भी विशेष योगदान रहा।